न्यूज़ पोर्टल के मेन फीचर्स: दोस्तों न्यूज पोर्टल आज हर पत्रकारों की प्रमुख जरूरत बन चुका है। अगर आप एक मीडिया एजेंसी या पत्रकार हैं जो अपने मीडिया/समाचार कंटेंट से जुड़ने के लिए पाठकों या सही दर्शकों को टारगेट करना चाहते हैं।
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तो मुद्दे की बात है कि केवल एक न्यूज पोर्टल होने से अब आप अपने न्यूज कंटेंट पर लाखों बार देखे जाने की संख्या को प्राप्त कर सकते हैं।
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अब आप भी न्यूज़ पोर्टल डेवलपमेंट कंपनी के साथ, एंड्रॉइड और आईफोन उपकरणों के साथ पत्रकारिता करने के लिए एक न्यूज़ पोर्टल विकसित करके अपनी रीच को कम से कम 3 गुना बढ़ा सकते हैं।
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हम बता दे कि यदि आप एक बड़ी एजेंसी या एक स्वतंत्र पत्रकार हैं, तो क्लाउड टूल आपको सही बजट में रखते हुए सही पैमाना प्रदान करता हैं।
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मेम्बरशिप पर आधारित प्रणालियाँ एक अकेले यूजर बनाम एजेंसी-स्तरीय लाइसेंस की अनुमति देती हैं जिससे आप अपनी एजेंसी के विशालता के आधार पर न्यूज पोर्टल और न्यूज वेबसाइट बना सकते हैं।
तो दोस्तो हम अपने अनुभव के आधार पर एक न्यूज पोर्टल के भीतर क्या क्या मेन फीचर्स होने चाहिए या इस साल 2023 में न्यूज पोर्टल के मेन फीचर्स क्या रहेंगे या रहने वाले है इन बातों को समझाने वाले है। बस बने रहिए अंत तक।
न्यूज़ पोर्टल के मेन फीचर्स
न्यूज पोर्टल के मुख्य फीचर्स निम्न लिखित रूप से हम जान सकते है जो वर्तमान वर्ष 2023 में प्रासंगिक है:
सर्च इंजन ऑप्टीमाइजेशन (SEO)
यूजर्स को हम बता दे कि किसी भी न्यूज पोर्टल या वेबसाइट के लिए, एसईओ सबसे महत्वपूर्ण तत्व है क्योंकि एसईओ से ही यह सम्भव है कि जैसे ही कोई न्यूज अपडेट होता है तो सर्च इंजनों को इसे चुनना चाहिए और अन्य समाचार आउटलेट्स की रिपोर्ट करने से पहले इसे गूगल सर्च पर लाना चाहिए। एक न्यूज एजेंशी हमेसा एसईओ कस्टमाइज होना चाहिए और इसमें एसईओ विशेषज्ञों की एक पूरी टीम होनी चाहिए जो इसे चला रही हो।
लेकिन जैसा कि कहा गया है, हाई लेवल और हाइ क्वालिटी वाले कंटेंट की प्रकृति ऑटोमेटिक रूप से सर्च रिजल्ट रैंकिंग में योगदान कर सकती है, इसलिए यदि आपके न्यूज कंटेंट हाई क्वालिटी कंटेंट है और क्वालिटी कंटेंट पर ही आपका बहुत अधिक ध्यान है, तो आप आश्वस्त हो सकते हैं कि आपका न्यूज पोर्टल सर्च इंजन में रैक करेगा और एक बेहतर रिजल्ट देगा।
पेज डिस्प्ले
हमारे यूजर्स को हम बता दे कि जब कोई न्यूज, जैसे ही क्वालिटी कंटेंट को सर्च करता है, पेज लोडिंग टाइम तकलीफ देता है, यूजर्स पेज लोड होने की प्रतीक्षा नहीं करना चाहता है, इसलिए वह कस्टम कोड लिखकर, हाई डिस्प्ले सर्वर में जाकर उस पेज को देख,पढ़ और पढ़ा कर डिस्प्ले कर सकता है।
सीडीएन (कंटेंट डिवाइड नेटवर्क), आदि एसईओ का एक अन्य महत्वपूर्ण पहलू पेज डिस्प्ले है। यदि वह ज्यादा प्रदर्शन करता है तो गूगल निश्चित रूप से आपके पेज को बेहतर रैंक करवाएगा।
मोबाइल फ्रेंडली
हम बता दे कि 70-80% उपयोगकर्ता अब मोबाइल पर कंटेंट को पढ़ते और यूज करते हैं, इसलिए आप सिर्फ ऐसी साइट का खर्च वहन नहीं कर सकते जो केवल लैपटॉप या डेस्कटॉप के लिए मात्र अच्छी तरह से डेवलप हो। अब न्यूज पोर्टल मोबाइल फ्रेंडली हो चुका है और ज्यादातर मोबाइल में भी रन कराया जा रहा है।
न्यूज पोर्टल को उसके संचालन के लिए एक मोबाइल फ्रेंडली बनाना न केवल उच्च पहुंच के लिए बल्कि सर्च इंजन रिजल्ट्स की रैंकिंग के लिए भी काफी महत्वपूर्ण है। गूगल किसी न्यूज पोर्टल की मोबाइल कस्टमाइज को पेज रैंकिंग के प्रमुख यूजर्स में से एक के रूप में सूचीबद्ध करता है।
लैंग्वेज अवेलेबलिटी
इस वैश्विक युग में, कंटेंट अधिक से अधिक लोकल हो रही है। यदि आपकी पढ़ने की शक्ति को आप 2 गुना, 3 गुना या यहां तक कि 5 गुना बढ़ाना चाहते हैं, तो एक बहुभाषी सर्वश्रेष्ठ न्यूज पोर्टल चुने। लेकिन ध्यान रहे कि आप गूगल ट्रांसलेट(Google Translator) जैसे ऑटोमेटिक ट्रांसलेशन टूल पर भरोसा न करें क्योंकि वे 100% सटीक नहीं होते हैं।
बहुभाषी कंटेंट प्राप्त करने के लिए, आपको यह तय करना होगा कि आपके पास अन्य भाषा के लेखकों की भी एक टीम हो जो अन्य भाषाओं में लिख सकें या पत्रकार जो विशिष्ट लोकल भाषा में न्यूज लिख सकें।
यूजर एनालिटिक्स
यूजर्स केवल अपनी न्यूज पोर्टल साइटों के ट्रैफ़िक पर ध्यान केंद्रित न करें क्योंकि, यह निर्धारित करने के लिए कि आपके लास्ट यूजर्स तक किस कैटेगरी या टाइप के कंटेंट को पसंद कर रहे हैं यह जानने के लिए गूगल एनालिटिक्स आदि जैसे मुफ़्त टूल मौजूद है, जिसका उपयोग करते हुए एंड-यूज़र एनालिटिक्स का उपयोग करके, आप अपनी टीमों को उस टारगेटेड दिशा में सेंट्रलाइज कर सकते हैं क्योंकि एक रिपीट यूजर तभी आएगा जब आप उन्हें उनकी पसंद की कंटेंट मिलेगा।
हाई क्वालिटी न्यूज़ चैलेंज
सरल पत्रकारिता करने के दिन अब गए, कॉम्पटीशन के इस दौर में अब आपको अलग तरीके से सोचने की आवश्यकता है क्योंकि किसी यूजर द्वारा किसी न्यूज पोर्टल या न्यूज पर बिताया जाने वाला औसत समय काफी कम हो गया है, अतः आपको पहले ही 5-10 शब्दों में उपयोगकर्ता का ध्यान खींचने की आवश्यकता है।
मल्टीपल न्यूज कंटेंट
वीडियो, ऑडियो, टेक्स्ट, छवियां, जीआईएफ, अब आप मात्र इसे नाम दें और न्यूज बन जाएगी। अब न्यूज पोर्टल में भी न्यूज उक्त सभी रूपों में मौजूद रहने लग गयी है इसलिए, यदि आप एक न्यूज मीडिया हाउस हैं, तो केवल हमारे आर्टिकल और इमेज कंटेंट पर रिसर्च करना पर्याप्त नहीं है। ऑडिएंस को रोक कर रखने के लिए आपको और भी तरीके आजमाने होंगे जिनमे शार्ट कंटेंट सबसे ज्यादा प्रभावी उपकरण हैं।
अतः यदि आप न्यूज पोर्टल बना रहे हैं तो कृपया तय करें कि यह सभी प्रकार के कंटेंट को सपोर्ट करता हो और वह भी फ़ास्ट लोडिंग अनुभव के साथ।
आसान नेविगेशन
डिजाइनिंग के अनुसार न्यूज पोर्टल साइटें अपने कंटेंट(News Portal Content) पर भारी होती हैं और यह तय करने के लिए कि आपका अंतिम यूजर सही कंटेंट तक पहुंचता है।
हम बता दे कि नेविगेशन को एक साफ और सरल यूएक्स के माध्यम से सोचा जाना चाहिए क्योंकि यदि आप ज्यादातर सेम कंटेंट जैसे इंटरटेनमेंट न्यूज आदि परोस रहे हैं, तो आपका ध्यान इस बात पर होना चाहिए कि यूजर को एक के बाद एक संबंधित आर्टिकल कैसे परोसते रहें।
उदाहरण के लिए यूजर अगर सचिन तेंदुलकर के बारे में पढ़ रहा है तो अगले कंटेंट के लिए वह राहुल द्रविड़ या ब्रायन लारा पर जरूर ठहरेगा।
कैटेगरी
यदि आप यूजर कैटेगरी के आधार पर कंटेंट की मेम्बरशिप लेना शुरू करते हैं तो इससे बेहतर इंगेजमेंट नहीं हो सकता है। ग्राहकों को वही दोहराएं जो आपके प्लेटफॉर्म पर सबसे अधिक विज्ञापन लाता है या आप जिसके किसी प्रीमियम सेवा का भुगतान करने के लिए इच्छुक है।
इसलिए यूजर्स को कंटेंट कैटेगरी का चुनाव करने का ऑप्शन दें, ताकि सही कंटेंट को उनके फ़ीड में भेजा जा सके।
कस्टम सूचनाएं
कस्टम सूचनाएं आपके यूजर्स के इंट्रेस्ट को बनाए रखने का एक बहुत प्रभावी तरीका हो सकता है लेकिन इन-ऐप सूचनाओं के दुरुपयोग के कारण आपका यूजर आपके न्यूज पोर्टल से बोरियत महसूस कर सकते हैं।
अक्सर आपने देखा होगा कि कई न्यूज पोर्टल खुलते ही मोबाइल में ही आपको नोटिफिकेशन भेजना शुरू कर देते हैं कि यह एक जोखिम है। जिसे कुछ न्यूज पोर्टल लेना चुनते हैं क्योंकि वे आपके उपयोग डेटा को इकट्ठा करने का काम कर रहे हैं। यदि 10 नोटिफिकेशन में से आप अंत में एक भी खोल देते हैं जैसे राजनीतिक लेख; अब वे जान लेंगे कि आपको अधिक राजनीतिक सामग्री परोसी जानी चाहिए।
कस्टम सूचनाएं कठिन एआई / एमएल मॉडल के लिए कुछ सरल नियम आधारित इंजनों पर आधारित होती हैं, जो प्लेटफ़ॉर्म पर यूजर को ऑटोमेटिक रूप से सीखने और एड करने की अनुमति देती हैं।
फास्ट ब्राउजिंग
किसी भी न्यूज पोर्टल को रन करने के लिए फ़ास्ट ब्राउजिंग अत्यंत महत्वपूर्ण है। हालांकि यह स्पष्ट लगता है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि आपकी साइट केवल उच्च डिस्प्ले वाली होनी चाहिए बल्कि इसका मतलब यह है कि जब तक यूजर वर्तमान लेख को पढ़ना समाप्त कर लेता है, तब तक आने वाला कंटेंट पहले ही बैकएंड में लोड हो चुका होता है, ताकि यह तुरंत खुल जाए।
बहुत सारे पोर्टल पेज डिस्प्ले को कस्टमाइज करते रहते हैं, लेकिन प्री-लोडिंग प्रत्याशित कंटेंट जैसे सरल UX ट्रिक्स भी हाई इंगेजमेंट रेसिओ का कारण बन सकती हैं।
कस्टम एडवरटाइजमेंट स्पेस
यूजर्स अक्सर ये देखते होंगे कि पेज ठीक से लोड नहीं होता और विज्ञापन पहले ही लोड हो जाते है। असल मे इसमें परेसान होने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि सही विज्ञापन प्लेसमेंट इस परेशानी में एक बड़ा अंतर ला सकता है।
विज्ञापनों को अब यादृच्छिक होने की आवश्यकता नहीं है बल्कि यह बेहद जरूरी है कि आप सही विज्ञापन देने वाले को शामिल करें जो आपको विभिन्न प्रकार के विज्ञापन प्रदान कर सके, जो आपके कंटेंट टाइप के अनुसार हों।
उदाहरण के लिए यदि आपके न्यूज आर्टिकल का नीच कार मॉडल रिलीज के बारे में हैं, तो उसमें कारों के विज्ञापन आपके घर की सजावट के विज्ञापन की तुलना में ज्यादा इफेक्टिव हो सकते है क्योंकि रीडर वही पढ़ रहा जिसका आप विज्ञापन दिखा रहे है।
हम बता दे कि विज्ञापन प्लेसमेंट और वह भी कस्टम कंटेंट फॉर्म के साथ आपके यूजर इंगेजमेंट और प्रभावी रूप से आपके विज्ञापन आय को बना या तोड़ सकता है।
प्रीमियम सब्सक्रिप्शन
जैसा कि हमने बताया है कि जिन्हें आपके साइट पर विज्ञापन परेशान कर रहे हैं साथ ही उन यूजर्स को अगर आपके न्यूज पोर्टल साइट में इंट्रेस्ट है तो वह आपके प्रीमियम मेम्बर बनने की तरफ भी जरूर रुख करेंगे।
यह जायज भी है कि जो भी यूजर एक्स्ट्रा 1$ या 5$ का भुगतान करने को तैयार हैं, ताकि विज्ञापनों को एक साथ हटाने की सुविधा मिल सके तो यह केवल एक प्रकार की प्रीमियम सदस्यता है।
आप इस सुविधा को केवल प्रीमियम ग्राहकों के लिए उपलब्ध कराने के बारे में सोच भी सकते हैं लेकिन यह भी सुनिश्चित करें कि कुछ कंटेंट को प्रीमियम बनाने से पहले आपके पास एक मजबूत प्रतिबद्ध यूजर बेस मौजूद हो।
निष्कर्ष
तो दोस्तो आज हमने 2023 में न्यूज पोर्टल के लिए मौजूद मेन फीचर्स और उनकी विशेषताओं के बारे में इस आर्टिकल के माध्यम से पढ़ा समझा और जाना। हमे भी यह आशा है कि हमने उपरोक्त में लिखित उन सभी महत्वपूर्ण फीचर्स व क्वालिटी के बारे में सोचने में मदद की होगी, जो आप अपने न्यूज पोर्टल डेवलपमेंट(News Portal Development) या यहां तक कि अपनी न्यूज वेबसाइट या न्यूज एप में चाहते हैं। आप सभी प्लेटफ़ॉर्म पर हमसे परामर्श के लिए हमसे हमेशा संपर्क कर सकते हैं।