आपने देखा ही होगा के जितने भी बड़े-बड़े न्यूज़ पोर्टल(News Portal) हैं सबके फेसबुक पेज (Facebook Page) होते हैं। वो अपने न्यूज़ पोर्टल या वेबसाइट के कंटेंट को अपने पेज (Page) में प्रकाशित (Publish) करते हैं जिससे उस पेज को लाइक किये हुए यूजर्स (Users) तक ये कंटेंट (Content) पहुँच जाता है।
आप अगर अपने न्यूज़ पोर्टल या वेबसाइट का कोई कंटेंट (Content) आपके फेसबुक पेज (Facebook Page) पर पोस्ट करते हैं और कोई यूजर (User) उसी पोस्ट पे क्लिक (Click) करता है तो आपके साइट का लिंक (Link) एक ब्राउजर (Browser) में खुलता है। पर इंस्टेंट आर्टिकल (Instant Article) के जरिए एक यूजर उस कंटेंट को तुरंत उसी पेज पे देख सकता है। ये फीचर (Feature) बस फेसबुक (Facebok) के मोबाइल एप्लिकेशन यूजर्स (Mobile Application Users) के लिए है।
12 मई, 2015 को फेसबुक ने पहली बार इस फीचर को लांच (Launch) किया था। उस समय ये बस कुछ गिने-चुने बड़े पेज के लिए उपलब्ध (Available) था, पर अब ये सबके लिए है।
तब ये फेसबुक के iOS एप्लिकेशन के लिए उपलब्ध था, पर अब एंड्रॉइड यूजर्स (Android Users) भी उसका फायदा उठा सकते हैं।
चाहे छोटा हो या बड़ा, अब कोई भी प्रकाशक (Publisher) इसको अपने पेज में एड कर सकता है। एक बार आपके पेज में ये इनेबल (Enable) हो जाता है, तो फेसबुक आपके पोर्टल के हर नए पोस्ट को इंस्टेंट (Instant Article) के तौर पर ऑटोमेटिकली (Automatically) आपके पेज पे पोस्ट करेगा।
Facebook इंस्टेंट आर्टिकल के फीचर्स
आप भी एक पब्लिशर (Publisher) हैं या फिर आप एक फेसबुक पेज (Facebook Page) बनाकर पैसा कमाना चाहते हैं तो ज़रूर जानें फेसबुक इंस्टेंट आर्टिकल क्या है।
इंस्टेंट आर्टिकल (Instant Article)
इंस्टेंट आर्टिकल्स (Instant Articles) फेसबुक का वह फीचर है जो आपके द्वारा फेसबुक पर पब्लिश की गयी नियमित स्पीड की जानकारी को बूस्ट करते हुए 10 गुना स्पीड तक बढ़ा देती है।
फेसबुक इंस्टेंट आर्टिकल्स (Facebook Instant Articles)
फेसबुक इंस्टेंट आर्टिकल एक एचटीएमएल डोकोमेंट फाइल (HTML Document File) होती है। इस सुविधा के द्वारा मोबाइल के सभी विजिटर्स के लिए आपके आर्टिकल्स को पढ़ना और उसका यूजर फ्रेंडली और भी सरल हो जाता है।
फेसबुक इंस्टेंट आर्टिकल मोनेटाइजेशन (Facebook Instant Article Monetization)
मोनेटाइजेशन का मतलब ही है आपके रिचिंग (Reaching) के हिसाब से पैसे कमाना। बहुत सारे पॉपुलर सोशल मीडिया नेटवर्क्स जैसे की टेक क्रंच (TechCrunch), बजफीड (BuzzFeed), माशेबल (Mashable) जैसी वेबसाइट इस सर्विस का इस्तेमाल करते हैं जिससे कई सारे देश इन वेबसाइट द्वारा पब्लिश किये गए आर्टिकल को पसंद करते हैं और इसी के साथ आप फेसबुक इंस्टेंट आर्टिकल मोनेटाइजेशन (Facebook Instant Article Monetization) के द्वारा आप फेसबुक से कमाई भी कर सकते हैं।
फेसबुक कई तरह के ऐड्स को तेजी से लोड होने वाले आर्टिकल्स में जोड़ने की अनुमति देता है। हर पब्लिशर अब फेसबुक के ऑडियंस नेटवर्क का भी उपयोग करके अपने आर्टिकल्स की मदद से मोनेटाइजेशन (Monetization) पा सकता है।
एडवर्टाइज नेटवर्क (Advertise Network)
फेसबुक इंस्टेंट आर्टिकल्स के सिवाय सीधे-सीधे किसी भी पब्लिशर को एडवरटाइजमेंट नहीं करने देता है। अगर आप भी सोच रहे हैं कि इसका ऑडिएंस नेटवर्क फेसबुक पर किस तरह के एड चलाता है तो नीचे दिए गए बिंदु देखें:
- सीधी विक्री (Direct Sold)
- घरेलू विज्ञापन(House Ads)
- नेटिव फार्मेट्स (Native Formats)
- ब्रांडेड कंटेंट/पेड पार्टनरशिप (Branded Content/Paid Partnerships)
- तीसरी पार्टी का वीडियो (3rd Party Video)
फेसबुक publisher से त्वरित लेख साझा करने का कोई पैसा नहीं लेता है पर अगर आप बूस्टिंग (Boosting) करते है तो इसके लिए पैसा देना होता है। एड के जरिये होने वाली अर्निंग (Earning from News Portal) का पूरा पैसा प्रकाशक (Publisher) को मिलता है।
एनालिटिक्स (Analytics)
शुरुआत में फेसबुक ने ये बोला है कि इंस्टेंट आर्टिकल्स, गूगल एनालिटिक्स (Google Analytics) और ऐसे ही कुछ फेमस (Famous) ऑनलाइन एक्टिविटी ट्रैकिंग टूल्स (Online Activity Tracking Tools) को सपोर्ट (Support) करता है जिसके जरिये आप ये जान पाएंगे कि आपके पोस्ट में कितने विजिटर (Visitor) हुए, कौन से देश से हुए, और भी बहुत कुछ। बस इतना ही नहीं फेसबुक आपको एक अलग से, आपके पोस्ट को ट्रैक करने के लिए टूल देगा।
विज्ञापन (Advertising)
आप चाहे तो इंस्टेंट आर्टिकल (Instant Article) में अपने ऐड भी दिखा पाएंगे और इसके लिए फेसबुक आपसे कोई कमीशन भी नहीं लेगा। आपके ऐड से जितना भी इनकम होगा, सब आपका।
इंस्टेंट आर्टिकल्स (Instant Articles) एक बार शुरू हो जाये तो आप फेसबुक गाइडलाइन(Facebook Guidelines) के जरिये ये जान पाएंगे के इसमें आपको किस तरह का ऐड डालना है।
लोड टाइम
फेसबुक का कहना है कि इंस्टेंट आर्टिकल्स पहले से 10 गुना जल्दी लोड होंगे। इससे मोबाइल यूजर्स अपने स्मार्टफोन पे कोई भी कंटेंट को जल्दी से पढ़ पाएंगे। इससे पाठक और प्रकाशक दोनों का फायदा होगा। पहले कंटेंट को लोड होने में बहुत वक्त लगता था, और इससे बहुत यूजर्स स्लो कनेक्शन होने के कारण उसे पढ़ नहीं पाते थे पर इंस्टेंट आर्टिकल्स उसका सॉल्यूशन है।
फॉर्मेटिंग (Formatting)
इंस्टेंट आर्टिकल्स को आप अपने अनुसार कस्टमाइज (Customize) कर सकते हैं जिससे आपकी पोस्ट का टेक्स्ट और लिंक कलर, लोगो, बैकग्राउंड इत्यादि।
फेसबुक इंस्टेंट आर्टिकल्स के फायदे
- जब भी कभी किसी पॉइंट्स पर चर्चा होता है तो उसके फायदे और नुकसान के बारे मे जरुर चर्चा की जाती है। जब पहली बार फेसबुक ने इंस्टेंट आर्टिकल लांच किया तो जिनके पास भी फेसबुक पेज थे उन्हे काफी कठिनाइयां होती थी।
- शुरुवात में यह सिर्फ IOS वर्जन के लिए उपलब्ध था, लेकिन अब एप्पल के साथ-साथ एंड्रॉइड ऑपरेटिंग सिस्टम (Android Operating System) पर भी यह काम करने लगा है।
- सभी विजिटर्स के लिए आपके आर्टिकल्स नोर्मल स्पीड से 10 गुना ज्यादा जल्दी खुल जाने से यूजर आपके पेज में रुकता है।
- स्पीड ज्यादा मिलने से आपके विजिटर्स, दोस्त आपके आर्टिकल्स को सोशल मीडिया में ज्यादा आनंद के साथ शेयर करते हैं।
- आपका ब्लॉग या वेबसाइट है तो आपका पास फेसबुक पेज भी होगा तो पेज में आपके इंस्टेंट आर्टिकल्स को पढ़ने वाले विजिटर्स की संख्या में बढ़ोत्तरी होगी।
- फेसबुक इंस्टेंट आर्टिकल्स एक्टिव होने से फेसबुक भी आपके आर्टिकल्स को पसंद करेगा जिससे आपके ब्लॉग या वेबसाइट पर ट्रैफिक(Traffic On News Portal) भी बढ़ता है।
- आप फेसबुक इंस्टेंट आर्टिकल की सर्विस से आपके फेसबुक पेज पर एड भी दिखा सकते है।
- फेसबुक पेज पर दिखाए गए एड का पूरा पैसा आपको मिलेगा, उस कमाई से एक पैसा भी फेसबुक आपसे नहीं लेगा। मतलब पूरी कमाई आपकी होगी।
फेसबुक इंस्टेंट आर्टिकल के नुकसान
आपके ब्लॉग या वेबसाइट के साइडबार के साथ-साथ जरुरी विजिट, ईमेल सब्सक्राइबर फॉर्म जैसे कंटेंट जो इंस्टेंट आर्टिकल्स से जुड़े नहीं है उन्हें विजिटर्स नहीं देख पाएंगे। यह सिर्फ मोबाइल विजिटर्स के लिए एप्लिकेशन होता है। कुछ सिमित कस्टम फील्ड्स, शोर्टकोड्स और वर्डप्रेस के अन्य कुछ फीचर इंस्टेंट आर्टिकल्स में नहीं शो किये जाते। आपके पोस्ट या आर्टिकल में लगाये गए इमेज या विडिओ को फेसबुक, इंस्टेंट आर्टिकल्स (Facebook Instant Articles) लिमिट में ही दिखाते है।