दोस्तों न्यूज पोर्टल(News Portal) पत्रकारिता(Journalism) से लेकर प्रिंट मीडिया और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया समेत, पत्रकारिता को हमने हर पैमाने पर देख लिया है। हमे मालूम है कि पत्रकारिता कैसे किया जाता है परन्तु पत्रकारिता का संसार काफी ज्यादा वृहद है।
पत्रकारिता का स्तर जितना बड़ा होता जाता है उतनी ही बड़ी जिम्मेदारियां पत्रकारिता के अंतर्गत आती रहती है। यह जिम्मेदारी न्यूज पोर्टल, प्रिंट मीडिया, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया समेत सभी प्रकार के संस्थानों के अंतर्गत मौजूद है। पत्रकारिता में जिम्मेदारियों को विभिन्न महत्वपूर्ण पदों में बांट दिया जाता है। आज हम उन्ही महत्वपूर्ण पदों की बाते करने वाले है जो एक पत्रकारिता के संस्थान को संचालित करने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
पब्लिशर
एक पत्रकारिता संस्थान के अंतर्गत पब्लिशर(Publisher) को संस्थान का मालिक भी हम कह सकते है क्योंकि पब्लिशर ही प्रकाशन से सम्बंधित सभी प्रोटोकॉल का कॉपीराइट अथॉरिटी होता है। संस्थान का एमएसएमई नम्बर सहित आरएनआई(RNI) नम्बर को प्राप्त कर सभी औपचारिकताओं को पब्लिशर पूरा करता है, यहां तक कि यदि पत्रकारिता संस्थान में कोई कानूनी उलझन भी आती है तो उन कानूनी उलझनों की लड़ाई लड़ने का काम पब्लिशर ही करेगा।
न्यूज पब्लिशर; डिजिटल मीडिया, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया और प्रिंट मीडिया की पत्रकारिता क्षेत्र में सबसे बड़ी जिम्मेदारी होती है।
एडिटर इन चीफ
एडिटर इन चीफ(Editor-In-Chief) किसी भी पत्रकारिता संस्थान के अंतर्गत दूसरा सबसे महत्वपूर्ण पद होता है।
एक एडिटर इन चीफ, जिसे मुख्य संपादक के रूप में भी जाना जाता है। वह एक प्रकाशन का संपादकीय नेता होता है, जिसके पास इसके संचालन और नीतियों की अंतिम जिम्मेदारी होती है।
एडिटर इन चीफ संस्थान के सभी विभागों के प्रमुख होते हैं और कर्मचारियों के सदस्यों को कार्यों को सौंपने और उन्हें प्रबंधित करने के लिए जवाबदेह होते हैं। इस शब्द का प्रयोग अक्सर समाचार पत्रों , पत्रिकाओं , वार्षिक पुस्तकों और टेलीविजन समाचार कार्यक्रमों में किया जाता है। एडिटर इन चीफ आमतौर पर पब्लिशर या मालिक और संपादकीय कर्मचारियों के बीच की कड़ी है।
एडिटर इन चीफ की प्रमुख जिम्मेदारियां
- यह सुनिश्चित करना कि सामग्री पत्रकारीय रूप से वस्तुपरक है।
- तथ्य-जाँच , वर्तनी, व्याकरण, लेखन शैली, पृष्ठ डिजाइन और तस्वीरें।
- ऐसे लेखन को अस्वीकार करना जो साहित्यिक चोरी का प्रतीत हो, पूर्व में लिखा गया हो, कहीं और प्रकाशित हो, या पाठकों के लिए कम रुचि वाला हो।
- कंटेंट का मूल्यांकन और संपादन।
- एडिटोरियल अंशों का योगदान।
- एडिटर कर्मचारियों को प्रेरित और विकसित करना।
- अंतिम कड़ी को सुनिश्चित करना पूरा हो गया है।
- पाठकों की शिकायतों को संभालना और प्रकाशन के बाद मुद्दों की जिम्मेदारी लेना।
- पुस्तकों और पत्रिकाओं के लिए, उद्धरणों की क्रॉस-चेकिंग और संदर्भों की जांच करना।
- प्रकाशन की व्यावसायिक सफलता को आगे बढ़ाने के लिए कार्य करना।
- स्थिति में कर्मचारियों की भर्ती, भर्ती और फायरिंग शामिल हो सकती है।
मैनेजिंग एडिटर
एडिटर इन चीफ के बाद जो सबसे बड़ा पद और सबसे महत्वपूर्ण जिम्मेदारी जिस पद की होती है वह मैनेजिंग एडिटर(Managing Editor) की है।
एक मैनेजिंग एडिटर ( एमई ) पब्लिशर की मैनेजिंग टीम का एक वरिष्ठ सदस्य होता है। आमतौर पर, मैनेजिंग एडिटर सीधे एडिटर इन चीफ को रिपोर्ट करता है और प्रकाशन के सभी पहलुओं की देखरेख करता है।
सब एडिटर
मैनेजिंग एडिटर को रिपोर्ट करना सब एडिटर(Sub-Editor) की जिम्मेदारी होती है हो कि मैनेजिंग एडिटर के बाद सबसे बड़ा और महत्वपूर्ण पद होता है।
एडिटोरियल(Editorial) और फीचर पेज(Featured Page) की देखभाल में कई सहायक संपादक संपादक की सहायता करते हैं। अखबार की समाचार सामग्री को न्यूज एडिटर(News Editor) द्वारा देखा जाता है जिसके मार्गदर्शन में कई सब एडिटर, रिपोर्टर और कई अन्य संवाददाता काम करते हैं।
- भारत में पत्रकारिता के पेशे में प्रवेश आम तौर पर एक प्रशिक्षु पत्रकार के रूप में होता है जो बाद में एक रिपोर्टर फिर सब एडिटर के रूप में समाहित हो जाता है।
- एक रिपोर्टर का काम समाचार इकट्ठा करना और उसे अपने संगठन के लिए लिखना है। सब एडिटर इसे प्रिंट करने योग्य बनाते हैं।
- सब एडिटर ‘न्यूज डेस्क’ पर काम करते हैं, जहां आने वाली सभी खबरों का चयन किया जाता है, एडिट किया जाता है एवं प्रत्येक समाचार को एक उपयुक्त शीर्षक दिया जाता है व समाचार पत्र में उसका स्थान तय किया जाता है।
- सब एडिटर्स को भी सीनियर सब एडिटर, मेन सब एडिटर, सब न्यूज एडिटर और न्यूज एडिटर के पदों पर पदोन्नत किया जाता है।
सब एडिटर का मूल कार्य;
- कॉपी को ‘सब’ कॉपी करना।
- खबर को प्रिंट करने के लिए उपयुक्त बनाना।
- खबरों की कॉपी को महत्व के अनुसार संग्रह करना।
- खबरों का चयन करना, व्यवस्थित करना, घटाना, फ्रेम करना, अनुवाद करना और प्रकाशन के लिए अनुकूल बनाना।
सब एडिटर को कॉपी एडिटर भी कहा जाता है और वह जो एडिट करता है उसे कॉपी कहते हैं।
पेज एडिटर
सब एडिटर के बाद जो सबसे महत्वपूर्ण पद आता है वह पेज एडिटर(Page Editor) का होता है। असल मे पेज एडिटर भी सब एडिटर्स के ही प्रारूप होते है परन्तु सभी पेज एडिटर्स जिसको रिपोर्ट करते है वह सब एडिटर होता है।
FAQ: पेज एडिटर कौन होते है?
बड़े संस्थानों में उनके अखबारों के हिसाब से प्रत्येक पेज के अलग एडिटर बनाए जाते है, ये एडिटर पेज एडिटर कहलाते है।
जानकारी के लिए हम बता दे कि हर अखबार के एक एक पन्ने के लिए अलग अलग पेज एडिटर होते है, उदाहरण के लिए हम यदि देखे तो अखबार के फ्रंट पेज समेत ‘पेज थ्री’ के एडिटर काफी ज्यादा प्रासंगिक है।
पेज एडिटर ओ आप निम्न लिखित कैटेगरी से चिन्हित कर सकते है;
खेल पेज एडिटर
बड़ी संस्थानों के अखबार का एक पेज होता है जिसमे सारी खबरे खेल के सम्बंधित लगाई जाती है, उस पेज में लगाई जाने वाली सभी खबरों की जिम्मेदारी खेल एडिटर की होती है जो एक पेज एडिटर होता है।
बिजनेस पेज एडिटर
बिजनेस, शेयर मार्केट और अर्थशास्त्र के सम्बंधित सभी खबरो को अखबार के बिजनेस के पेज में लगाया जाता है जिसकी सारी जिम्मेदारी बिजनेस एडिटर की होती है।
रुपये और डॉलर के डेली रेट और खुदरा व्यापारिक मूल्यों के निर्धारण की सूची भी अखबार का बिजनेस पेज के लिए बिजनेस एडिटर ही प्रोवाइड करवाता है।
एंटरटेनमेंट पेज एडिटर
अखबारों में जो फ़िल्म और टीवी सीरियलों की दुनिया से सम्बंधित खबरे लगाई जाती है वे एंटरटेनमेंट पेज एडिटर के अंतर्गत आती है। एक एंटरटेनमेंट पेज एडिटर का काम अपने जिम्मेदारी वाले पेज में पर्याप्त और उपर्युक्त खबरों को चिन्हित कर के प्रकाशन के लिए तैयार करना होता है।
पोलिटिकल पेज एडिटर
अखबारों में जो राजनीति से सम्बंधित खबरे लगाई जाती है वे पोलिटिकल पेज एडिटर के अंतर्गत आती है। एक पोलिटिकल पेज एडिटर का काम अपने जिम्मेदारी वाले पेज में पर्याप्त और उपर्युक्त खबरों को चिन्हित कर के प्रकाशन के लिए तैयार करना होता है।
वर्ल्ड न्यूज पेज एडिटर
अखबारों में जो देश विदेश की खबरे प्रकाशित की जाती है या सम्बंधित खबरे लगाई जाती है वे वर्ल्ड न्यूज पेज एडिटर के अंतर्गत आती है। एक वर्ल्ड न्यूज पेज एडिटर का काम अपने जिम्मेदारी वाले पेज में पर्याप्त और उपर्युक्त खबरों को चिन्हित कर के प्रकाशन के लिए तैयार करना होता है।
इन सब के अलावा भी विभिन्न श्रेणियो के पेज एडिटर होते है जैसे;
- मौसम
- तकनीकी
- फैशन
- कैरियर
- साहित्य
- यात्रा
इत्यादि ऊपर दर्शाए गए प्रभाग के अनुसार ही अखबार के हर एक पेज के लिए एक विशिष्ट एडिटर होता है जो अपनी सारी रिपोर्ट सब एडिटर को करता है।
डिस्ट्रिक्ट ब्यूरो चीफ
सन्स्थान जब काफी ज्यादा बड़ा हो जाए तो एडिटर के स्थान पर जिलेवार ब्यूरो चीफ(Beuro Chief) को नियुक्त किया जाता है।
डिस्ट्रिक्ट ब्यूरो चीफ को उनके जिले की खबरों के लिए एक पेज दे दिया जाता जहाँ पर वह अपने क्षेत्रीय संवाददाताओ से प्राप्त खबरों को प्रकाशन के लिए आगे भेजते है।
एक ब्यूरो चीफ की यह जिम्मेदारी होती है कि वह अपने हिस्से के पेज में लगाई जाने वाली सभी खबरों को उपलब्ध कराए व रेगुलरटी मेंटेन करे।
न्यूज एंकर
अपने ऑडिएंस को हम बता दे कि एक न्यूज एंकर(News Anchor) एक बड़ा पद होता है जो इलेट्रॉनिक मीडिया(Electronic Media) में होता है। हालांकि एक एडिटर के अनुसार ही एंकर भी खबरों को प्रेजेंट करता है परन्तु एक न्यूज एंकर होना शोहरत की बात है
वैसे हम बता दे की न्यूज एंकर और न्यूज रिपोर्टर दोनों, न्यूज चैनलों का हिस्सा होते हैं जिसमे कभी-कभी न्यूज एंकर एक रिपोर्टर की भूमिका निभा लेता है लेकिन इसके एबज में ऐसा बहुत ही कम होता है कि कोई न्यूज रिपोर्टर, किसी न्यूज रूम में एंकर पद की शोभा बढ़ाए और खबर पढ़े। हालांकि एंकर और रिपोर्टर दोनों का कार्यशैली एक दूसरे का पूरक है क्योंकि न्यूज एंकर ही न्यूज रिपोर्टर की रिपोर्टिंग को प्रेजेंट करता है, लेकिन वे कई मायनों में ये दोनों पद बिल्कुल अलग हैं जैसे फील्ड और ऑफिस वर्क के मामले में।
हम बता दे कि एक एंकर को अन्य नामो में एंकरमैन, एंकर वुमन, न्यूज प्रेजेंटर और न्यूजरीडर भी कहा जाता है।
न्यूज एंकर बनने की स्किल्स
एक न्यूज एंकर बनने के निम्न स्किल्स है;
- न्यूज एंकर बनने के लिए व्यक्ति का रूप-रंग या व्यक्तित्व आकर्षक होना चाहिए क्योंकि दर्शकों द्वारा उसका चेहरा अधिक देखा जाता है।
- एक न्यूज एंकर में तनावपूर्ण परिस्थितियों में भी कैमरे का सामना करते हुए हमेशा सहज रहने की क्षमता होनी चाहिए।
- एक न्यूज एंकर के पास अच्छा प्रेजेंट ऑफ माइंड होना चाहिए।
न्यूज रिपोर्टर
न्यूज रिपोर्टर(News Reporter) से तातपर्य संवाददाता से है। यह पत्रकारिता के इस कड़ी का अंतिम पद है जो प्रिंट, डिजिटल और इलेक्ट्रॉनिक हर विभाग की मीडिया में है।
- एक न्यूज रिपोर्टर खबर एकत्र करने के लिए यात्रा करता है।
- एक न्यूज रिपोर्टर को प्रेस कॉन्फ्रेंस, इंटरव्यू, हैंडआउट्स और अन्य तरीकों जैसे कई तरीकों से खबर मिलती है।
- न्यूज रिपोर्टर को अपने द्वारा जुटाई गई खबरों की पटकथा खुद लिखनी पड़ती है।
न्यूज रिपोर्टर बनने की स्किल्स
एक न्यूज रिपोर्टर बनने के निम्न स्किल्स है;
- एक न्यूज रिपोर्टर के पास खबर सूंघने की नाक होनी चाहिए।
- न्यूज रिपोर्टर को अपने स्रोतों के साथ अच्छे संपर्क बनाए रखने होते हैं जिससे किसी दूसरे व्यक्ति को खबर मिलने से पहले ही उन्हें खबर मिल जाए।
- भाषा पर भी न्यूज रिपोर्टर की अच्छी पकड़ होनी चाहिए।
निष्कर्ष
तो दोस्तों आज हमने पत्रकारिता के इस वृहद क्षेत्र में हर महत्वपूर्ण पदों की जिम्मेदारियों के बारे में जाना। हमने यह जाना कि एक पत्रकारिता संस्थान चलाना या डिजिटल पत्रकारिता(Digital Journalism) के क्षेत्र में होना कितना जिम्मेदारी पूर्ण कार्य है।